Monday 30 May 2016

इस रूप में कभी न करें गणेश जी के दर्शन.....


भगवान गणेश की कृपा से जीवन के सारे कष्‍टों से मुक्‍ति मिलती है। किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले श्री गणेश जी की आराधना करना मंगलकारी माना जाता है। भगवान गणपति के आशीर्वाद से सुख की छाया हमेशा बनी रहती है। गणपति जी के अंगों में शुभता और चमत्‍कारी शक्‍तियों का वास होता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि गणपति जी का एक अंग ऐसा भी है जिसके दर्शन से नकारात्‍मकता और दरिद्रता प्राप्‍त होती है। जानिए, भगवान गणेश के किस अंग के दर्शन करना अशुभ माना जाता है।
शास्‍त्रों के अनुसार गणेश जी के कानों में वैदिक ज्ञान, सूंड में धर्म,  मस्तक में ब्रह्मलोक, दाएं हाथ में वरदान, बाएं हाथ में अन्न का वास होता है जिससे वह सभी जीवों का पालन करते हैं। उनके पेट में धन-संपन्‍नता,  नाभि में ब्रह्मांड, नेत्रों में लक्ष्य तथा चरणों में सप्तलोक होते हैं।


जानिए कर्ज से मुक्ति के लिए उपाय और मंत्र ...


ज्‍योतिष शास्‍त्र के अनुसार कुंडली में षष्ठम, अष्टम, द्वादश भाव कर्ज का कारक भाव और मंगल ग्रह कर्ज का कारक ग्रह माना जाता है। जब कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर हो या किसी अशुभ ग्रह के साथ युति में हो तो जातक कर्ज के नीचे दब जाता है। इसके अलावा मंगल के अष्टम, द्वादश, षष्ठम भाव में होने पर एवं मंगल के अशुभ स्‍थान में होने की अवस्‍था में व्‍यक्‍ति को कर्ज लेना पड़ जाता है।
अपने जीवन को कर्जमुक्‍त करने के लिए आप कुछ चमत्‍कारिक उपाय अपना सकते हैं जो इस प्रकार हैं -:
– ध्‍यान रहे कभी भी मंगलवार और बुधवार के दिन कर्ज का लेन-देन बिलकुल भी न करें। ऐसा माना जाता है कि मंगलवार को लिया गया कर्ज आसानी से नहीं उतर पाता।
– कुंडली में मंगल ग्रह का अशुभ प्रभाव है तो इसकी शांति के लिए भात पूजा, दान, यज्ञ और मंत्र जाप करना चाहिए।

Free Daily Horoscope (30-May-2016)