ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में षष्ठम, अष्टम, द्वादश भाव कर्ज का कारक भाव और मंगल ग्रह कर्ज का कारक ग्रह माना जाता है। जब कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर हो या किसी अशुभ ग्रह के साथ युति में हो तो जातक कर्ज के नीचे दब जाता है। इसके अलावा मंगल के अष्टम, द्वादश, षष्ठम भाव में होने पर एवं मंगल के अशुभ स्थान में होने की अवस्था में व्यक्ति को कर्ज लेना पड़ जाता है।
अपने जीवन को कर्जमुक्त करने के लिए आप कुछ चमत्कारिक उपाय अपना सकते हैं जो इस प्रकार हैं -:
– ध्यान रहे कभी भी मंगलवार और बुधवार के दिन कर्ज का लेन-देन बिलकुल भी न करें। ऐसा माना जाता है कि मंगलवार को लिया गया कर्ज आसानी से नहीं उतर पाता।
– कुंडली में मंगल ग्रह का अशुभ प्रभाव है तो इसकी शांति के लिए भात पूजा, दान, यज्ञ और मंत्र जाप करना चाहिए।
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