शनि बनाते हैं रंक से राजा….
शनि संतुलन एवं न्याय के ग्रह हैं । शनि अर्थ, धर्म, कर्म और न्याय का प्रतीक हैं। शनि ही धन-संपत्ति, वैभव और मोक्ष भी देते हैं । शनि ग्रह से सभी लोग अत्याधिक भय भीत होते हैं । लेकिन वास्तव में शनि के प्रति जितनी भ्रांति फैली हैं वो अधिकत्तर गलत हैं । शनि ही एक मात्र ऐसा ग्रह हैं जो रंक से राजा बना सकता हैं । जिन पर भी शनि की विशेष दया दृष्टि रही हैं उस जातक को इतना बढा पद प्राप्त हुआ हैं जिसे पाने के लिये अन्य सिर्फ स्वप्न देख सकते हैं । बराक ओबामा, अमिताभ बच्चन, नरेंद्र मोदी इन की जन्म कुण्डली में शनि का विशेष प्रभाव देखने को मिल जायेगा । यही नही आज तक अधिकतर जितने भी सता परिवर्तन हुये हैं वे सभी तब हुवे हैं जब शनि अपनी उच्च राशि या बली अवस्था में रहा हैं । हाल ही में नरेंद्र मोदी जी ने सता व्यवस्था बदली हैं जब शनि उच्च के थे ।
पत्नि के श्राप कि वजह से हुऐ थे कुरुप व क्रूर…
पद्म पुराण के मतानुसार शनिदेव सूर्य के पुत्र हैं, जो उनकी छाया नामक पत्नी से उत्पन्न हुए हैं। शनि देव शुरु से ही भोले नाथ के भक्त रहे । ये हमेशा शिवलिंग की पूजा उपासना में ही तल्लीन रहे । शनि देव को रास रंग कभी भी नहीं भाया ये एक अलग व नवीनतम सोच रखने वाले थे । इनके पिता सूर्य राजा होने के कारण कठोर नियम परम्परा को मानने वाले थे जबकि शनि देव किसी भी परम्परा पर चलना पसंद नहीं करते थे । इसी कारण इनका पिता से वैर होने लगा । कहा जाता है कि शनि की पत्नी चित्ररथ गंधर्व की कन्या थी, जो उग्र स्वभाव की थी। एक बार शनिदेव भजन में लिप्त थे। वह ऋतु-स्नान व श्रृंगार कर रमण करने के उद्देश्य से वहॉं आयी, परंतु शनि ने उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया। इससे क्रोध में आकर उनकी पत्नी ने उन्हें श्राप दे दिया कि तुम्हारी दृष्टि जहॉं पर भी पड़ेगी, वहॉं विनाश ही विनाश हो जाएगा।
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