महाभारत का हर एक पात्र काफी रहस्यमयी और दिलचस्प है। प्राचीन काल की धार्मिक कथाओं में महाभारत काल काफी लोकप्रिय और रहस्यों से भरा है। इस काल में एक ओर जहां धर्म के पालन हेतु कई त्याग किए गए तो वहीं दूसरी ओर अधर्म का भी खूब बोलबाला रहा। महाभारत का चर्चित पात्र दुर्योधन ही है जिसके कारण महाभारत के युद्ध का आरंभ हुआ था।
किवदंती है कि महाभारत युद्ध के भयंकर अंत और उत्पात के बाद दुर्योधन को छोड़कर सभी कौरव मृत्यु को प्राप्त हो चुके थे। तब मृत्युशैय्या पर लेटे हुए दुर्योधन का मन अपनी हार के कारणों को लेकर काफी विचलित था। उसे लग रहा था कि काश उसने वह चार गलतियां न की होती तो आज जीत का ताज उसके सिर पर होता। वह अपने हाथ की तीन उंगलियों को बार-बार उठाकर कुछ बड़बड़ा रहा था लेकिन पीड़ा के कारण उसकी ध्वनि साफ सुनाई नहीं दे रही थी।
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